आज मैं आप सभी को Diwali Laxmi Puja Vidhi, Samagri List PDF प्रदान करने वाला हूं इसे आप नीचे दिये गये आर्टिकल से पढ़ सकते हैं साथ ही इसका पीडीएफ भी डाउनलोड कर सकते हैं ।
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Diwali Laxmi Pujan Samagri List
- लकड़ी की चौकी
- चौकी को ढकने के लिए लाल या पीला कपड़ा
- रोली
- अक्षत
- पुष्प
- देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियां/चित्र
- कुमकुम
- चंदन
- हल्दी
- कपास की बत्ती
- पंचामृत
- गंगाजल
- साबुत नारियल अपनी भूसी के साथ
- अगरबत्ती
- दीपक के लिए घी
- पीतल का दीपक या मिट्टी का दीपक
- एक छोटी झाड़ू
- दक्षिणा (नोट और सिक्के)
- फल
- कलश
- जल
- आम के पत्ते
- साबुत गेहूं के दाने
- दूर्वा घास
- जनेऊ
- धूप
- कपूर
- कलाव
- पान और सुपारी
- आरती थाली
दिवाली लक्ष्मी माता पूजा विधि
- सबसे पहले आप दिवाली के पहले ही दिन घर की साफ सफाई करके हर कोने पर गंगाजल छिड़क दें ।
- उसके उपरांत लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाए तथा बीच में मुट्ठी भर अनाज रख ले।
- अब कलश को अनाज के बीच में रख ले ।
- उसके पश्चात कलश में पानी भरकर एक सुपारी, गेंदे का फूल, सिक्का तथा कुछ चावल के दाने डाल दें ।
- अब आप 5 आम के पत्ते लेकर पत्तों को कलश पर गोलाकार रख ले ।
- इसके बाद माता लक्ष्मी की मूर्ति बीच में तथा भगवान गणेश जी की मूर्ति कलश की दाहिनी और रखें ।
- अब थाली को लेकर उसमें चावल के दाने डालें तथा हल्दी से कमल का फूल बनाएं तथा कुछ सिक्के डालें और मूर्ति के सामने रख ले ।
- अब अपनी व्यवसाय से संबंधित दोस्तों को मूर्ति के सामने रखें ।
- इसके पश्चात मां लक्ष्मी तथा भगवान गणेश को तिलक लगाएं उसके बाद दीपक जलाएं तथा कलर्स पर तिलक लगाएं ।
- इसके बाद भगवान गणेश और माता लक्ष्मी को फूल चढ़ाएं तथा पूजा के लिए हाथ पर पुषै रखें ।
- अब अपनी आंखें बंद कर ले तथा भगवान का ध्यान करें तथा माता लक्ष्मी कथा गणेश भगवान की पूजा अर्चना करें और हथेली में रखे फूल को भगवान गणेश और लक्ष्मी जी को चढ़ा दें ।
- इसके बाद लक्ष्मी जी की मूर्ति ले उन्हें पानी से स्नान कराएं तथा पंचामृत चढ़ा दे ।
- अब मूर्ति को कपड़े से पोंछकर वापस रख ले ।
- अब हम मूर्ति पर कुमकुम हल्दी और जमा डालें तथा माला गले में डाले साथ ही अगरबत्ती जलाएं ।
- अब नारियल पान का पत्ता सुपारी लक्ष्मी माता को अर्पित करें तथा मूर्ति के सामने कुछ फूल और सिक्के रखें ।
- इसके बाद थाली में दीवाने पूजा की घंटी बजाई और लक्ष्मी माता की आरती शुरू करें ।
- अब लक्ष्मी माता तथा गणेश भगवान को भोग लगाएं तथा प्रसाद को सभी में बांट दें ।