कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् (Karpur Gauram Karunavtaram Lyrics PDF in Hindi) हिंदी के साथ साथ अन्य भाषाओ में भी उपलब्ध है। इसे आप पीडीऍफ़ रूप में डाउनलोड कर सकते हो।
भगवान शिव को तीनों देवों में सबसे शक्तिशाली देव माना जाता है, शंकर जी को संहार का देवता कहा जाता है। कहां गया है कि सृष्टि की उत्पत्ति स्थिति एवं संहार के अधिपति भगवान शंकर हैं। करपुर गौरम करुणावतारम् एक शक्तिशाली मंत्र है जो कि हिंदू धर्म के लोग संध्या आरती या सुबह की आरती में इसका उच्चारण करते हैं। शिव यजुर मंत्र (Karpur Gauram Karunavtaram) भगवान शिव के लोकप्रिय मंत्रों में से एक है। यह भगवान शिव से संबंधित एक प्राचीन संस्कृत श्लोक है और शैव धर्म में एक लोकप्रिय आरती है।
कर्पूरगौरं करुणावतारं,
संसारसारम् भुजगेन्द्रहारम् ।
सदावसन्तं हृदयारविन्दे,
भवं भवानीसहितं नमामि ॥
karpūragauraṁ karuṇāvatāraṁ,
sansārsāram bhujagendrahāram
sadāvasantaṁ hṛdayāravinde,
bhavaṁ bhavānīsahitaṁ namāmi
अर्थ: जिनका शरीर कपूर की तरह गोरा है तथा वह करुणा के अवतार हैं , जो शिव संसार के मूल हैं और जो महादेव सरफराज को गले में हार के रूप में धारण किए हुए हैं, हमेशा प्रसन्न रहने वाले भगवान शिव को अपने हृदय कमल में शिव पार्वती को एक साथ मैं नमन करता हूं।
गजाननं भूतगणाधिसेवितं,
कपित्थजम्बूफलचारुभक्षणम् ।
उमासुतं शोकविनाशकारकम्न,
मामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम् ॥
Om Gajaananam Bhoota Ganaadi Sevitam
Kapittha Jambuu phalasaara bhakshitam
Umaasutam Shoka Vinaasha kaaranam
Namaami Vighneshwara paada pankajam
हिंदी अर्थ: हे गज के मुख वाले, भूत गणों के द्वारा सेवा किए जाने वाले, आप कविता जामुन को ग्रहण करने वाले, जो उमा के पुत्र हैं। आप समस्त दुखों को समाप्त करते हैं। मैं बिकिनी को दूर करने वाले श्री गणेश जी को जिनके चरण कमल के समान है नमन करता हूं।
नीलाम्बुजश्यामलकोमलाङ्गं,
सीतासमारोपितवामभागम।
पाणौ महासायकचारूचापं,
नमामि रामं रघुवंशनाथम॥
हिंदी अर्थ: नील कमल के सामान श्यामल, सुन्दर, सांवले और कोमल अंग वाले. जिन के बाई ओर सीता माता विराजमान हो कर के इस दृश्य को और भी सुशोभित करती है. जिन के दोनों हाथो में अमोघ धनुष और बाण इस प्रिय छवि को और भी निखारते है , उन रघु कुल के शिरोमणि को हम नमस्कार करते है , प्रणाम करते है!
त्वमेव माता च पिता त्वमेव।
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव।
त्वमेव सर्व मम देवदेव।।
हिंदी अर्थ: हे प्रभु, तुम ही माता हो, तुम ही मेरे पिता भी हो, बंधु भी तुम ही हो, सखा भी तुम ही हो। तुम ही मेरे विद्या, तुम ही देवता भी हो हे विष्णु भगवान्।