नमस्कार दोस्तों आज मैं आप सभी को नवरात्रि के सप्तमी अर्थात Maha Saptami Vrat Puja Vidhi Samagri देने वाला हूं जिसे आप सबसे नीचे दिए गए लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं
महा सप्तमी का महत्व (Significance of Maha Saptami)
महा सप्तमी का विशेष महत्व माना गया है क्योंकि इस दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है तथा शास्त्रों में भी इसका वर्णन किया गया है इसके अलावा कहीं-कहीं स्थानों पर तांत्रिक विधि के द्वारा भी पूजा की जाती है नवरात्रि की सप्तमी तिथि यानी कालरात्रि की पूजा करने से सभी भक्तों की सफलता के दरवाजे खुल जाते है तथा उन्हें माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है इस दिन नीले रंग के वस्त्र पहनना अधिक शुभ माना जाता है।
महा सप्तमी की पूजा अन्य नवरात्रि विनोद की तरह ही की जाती है लेकिन रात्रि के समय एक विशेष प्रकार की पूजा की जाती है जो पूजा सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है।
मां कालरात्रि का सिद्ध मंत्र
‘ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ऊं कालरात्रि दैव्ये नम:।’
माँ कालरात्रि मंत्र
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी
वामपादोल्लसल्लोहलताकंन्टकभूषणा
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी
या देवी सर्वभूतेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
माँ कालरात्रि जी की आरती
कालरात्रि जय जय महाकाली
काल के मुंह से बचाने वाली
दुष्ट संहारिणी नाम तुम्हारा
महा चंडी तेरा अवतारा
पृथ्वी और आकाश पर सारा
महाकाली है तेरा पसारा
खंडा खप्पर रखने वाली
दुष्टों का लहू चखने वाली
कलकत्ता स्थान तुम्हारा
सब जगह देखूं तेरा नजारा
सभी देवता सब नर नारी
गावे स्तुति सभी तुम्हारी
रक्तदंता और अन्नपूर्णा
कृपा करे तो कोई भी दुःख ना
ना कोई चिंता रहे ना बीमारी
ना कोई गम ना संकट भारी
उस पर कभी कष्ट ना आवे
महाकाली मां जिसे बचावे
तू भी ‘भक्त’ प्रेम से कह
कालरात्रि मां तेरी जय
Download PDF of Maha Saptami Vrat Puja Vidhi (महा सप्तमी व्रत पूजा विधि)
- आपको सुबह के समय जल्दी उठकर स्नान करके स्वच्छ हो जाना चाहिए
- इसके उपरांत कलश की पूजा करनी चाहिए
- इसके बाद सभी देवी देवताओं की पूजा के बाद मां कालरात्रि की पूजा करनी चाहिए
- इसके अलावा आपको फूलों के रूप में लाल चंपा का इस्तेमाल करना चाहिए
- इसके उपरांत आपको दूध खीर या किसी प्रकार के मीठे प्रसाद का भोग लगाना चाहिए
- मां कालरात्रि को लाल चंदन कुमकुम या केसर से तिलक लगाएं
- इसके उपरांत आपको उपयुक्त पूजा बात कर के साथ ही आरती चालीसा व मंत्र उच्चारण करना चाहिए
Maha Saptami Samagri List (महा सप्तमी पूजा सामग्री)
मां कालरात्रि की प्रतिमा, आम के पत्ते, सिंदूर, लाल चुनरी, रेशमी चूड़ियां, जायफल, पंचमेवा, शक्कर, शहद, दीप, बत्ती, दीपक, कमलगट्टा, बेलपत्र, पुष्टाहार, रोली, चौकी, हवन कुंड, कपूर, सुपारी, लॉन्ग, लोबान, घी, मेवा, आसन, दुर्गा सप्तशती किताब, नारियल, केसर, धूप, वस्त्र, दर्पण, कंगन, चूड़ी, कुमकुम, श्रृंगार का सामान, दीपक, तेल, फूल फूलों का हार, पान सुपारी, लाल झंडा, लोंग, इलाइची, बतासे, मिश्री, असली कपूर, कालरात्रि चालीसा व आरती की किताब, कलावा, हवन के लिए आम के लकड़िया, जौ, श्वेत वस्त्र, रेत, मिट्टी, गंगाजल आदि.