50+ माता के भजन हिन्दी में Lyrics PDF

नमस्कार दोस्तों,  आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ शेयर करने वाले हैं हिंदू देवी-देवताओं जैसे कि माता काली,  दुर्गा,  पार्वती  आदि माता के भजन हिन्दी में Lyrics PDF। यह भजन बहुत ही प्रभावशाली तथा माता रानी को प्रेम भक्ति को व्यक्त करने का,  आशीर्वाद सुरक्षा व मार्गदर्शन प्राप्त करने का   तरीका है।  यह सभी भजन आपको नवरात्रो तथा जगराताओ में बहुत अधिक काम आने वाले है क्योकि इन्ही विशेष मौको पर माता के भजन गए जाते है।

इन भजनों को हिंदू प्रमुख त्योहारों एवं उत्सवों का अभिन्न हिस्सा माना जाता है, भक्ति ने मंदिरों घरों एवं सार्वजनिक समारोह में भी गाते हैं। और यदि इन भजनों को नया बंद ताल के साथ गाया जाए तो यह वातावरण को और भी रोमांचक बना देते हैं।

माता के भजन देवी-देवताओं  गुणों एवं शक्तियों का बखान है, तथा राक्षसों पर उनकी जीत व भक्तों पर करुणा का वर्णन है। यह भजन जीवन में आने वाली समस्त बाधाओं को दूर करने का भी महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है। देवी भजन मां से जुड़ने एवं उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है, क्योंकि भजन भक्ति व्यक्त करने का एक तरीका प्रदान करते हैं एवं लोगों के लिए आध्यात्मिक प्रेरणा का स्रोत भी है चाहे भक्त मंदिर में हो या घर में माता के भजन सुनने से मन की शांति आत्मा में शांति का सद्भाव भी मिलता है।

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे आरती

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,
हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ।
हे दरबारा वाली आरती जय माँ ।
ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

काहे दी मैया तेरी आरती बनावा,
काहे दी पावां विच बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ ।
सुहे चोलेयाँ वाली आरती जय माँ ।
हे माँ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

सर्व सोने दी आरती बनावा,
अगर कपूर पावां बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ ।
हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

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कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया,
कौन जागेगा सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ ।
सच्चिया ज्योतां वाली आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी अम्बे,
ज्योत जागेगी सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ ।
हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा,
जिस तेरा भवन बनाया,
मंदिर विच आरती जय माँ ।
हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे,
जो ध्यावे सो, यो फल पावे,
रख बाणे दी लाज,
मंदिर विच आरती जय माँ ।
सोहनेया मंदिरां वाली आरती जय माँ ॥

चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
ऊँचे पर्वत पर रानी माँ ने, दरबार लगाया है ।

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।

सारे जग मे एक ठिकाना, सारे गम के मारो का,
रास्ता देख रही है माता, अपने आंख के तारों का ।
मस्त हवाओं का एक झोखा, यह संदेशा लाया है ।

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
जय माता दी॥ जय माता दी ॥

जय माता की कहते जाओ, आने जाने वालो को,
चलते जाओ तुम मत देखो, अपने पीछे वालों को ।
जिस ने जितना दर्द सहा है, उतना चैन भी पाया है ।

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
जय माता दी॥ जय माता दी ॥

वैष्णो देवी के मन्दिर मे, लोग मुरादे पाते हैं,
रोते रोते आते है, हस्ते हस्ते जाते हैं ।
मैं भी मांग के देखूं, जिस ने जो माँगा वो पाया है ।

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चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
जय माता दी॥ जय माता दी ॥

मैं तो भी एक माँ हूँ माता, माँ ही माँ को पहचाने ।
बेटे का दुःख क्या होता है, और कोई यह क्या जाने ।
उस का खून मे देखूं कैसे, जिसको दूध पिलाया है ।

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है ।

प्रेम से बोलो, जय माता दी ॥ ओ सारे बोलो, जय माता दी ॥

वैष्णो रानी, जय माता दी ॥ अम्बे कल्याणी, जय माता दी ॥

माँ भोली भाली, जय माता दी ॥ माँ शेरों वाली, जय माता दी ॥

झोली भर देती, जय माता दी ॥ संकट हर लेती, जय माता दी ॥
ओ जय माता दी, जय माता दी ॥

बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी

दरबार तेरा दरबारों में,
एक ख़ास एहमियत रखता है।
उसको वैसा मिल जाता है,
जो जैसी नियत रखता है॥

बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी।
भक्तों की लगी है कतार भवानी॥

ऊँचे पर्बत भवन निराला।
आ के शीश निवावे संसार, भवानी॥
प्यारा सजा है द्वार भवानी॥

जगमग जगमग ज्योत जगे है।
तेरे चरणों में गंगा की धार, भवानी॥
तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी॥

लाल चुनरिया लाल लाल चूड़ा।
गले लाल फूलों के सोहे हार, भवानी॥
प्यारा सजा है द्वार, भवानी॥

सावन महीना मैया झूला झूले।
देखो रूप कंजको का धार भवानी॥
प्यारा सजा है द्वार भवानी॥

पल में भरती झोली खाली।
तेरे खुले दया के भण्डार, भवानी॥
तेरे भक्तों की लगी है कतार, भवानी॥

लक्खा को है तेरा सहारा माँ।
करदे अपने सरल का बेडा पार, भवानी॥
प्यारा सजा है द्वार भवानी॥

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