Download PDF of शिव रुद्राष्टकम | Shiv Rudrashtakam Lyrics in Hindi (Sanskrit)
शिव रुद्राष्टकम Shiv Rudrashtakam: अष्टकम शब्द संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुआ है.
जिसका अर्थ होता है आठ, अर्थात अष्टकम 8 श्लोकों से मिलकर बना हुआ है अष्टकम में कवि की भावनाओं मनोस्थिति को दर्शाया गया है इसके अलावा शिव जी के महान कार्यों का वर्णन किया गया है.
इसीलिए आपको Shiv Rudrashtakam PDF नीचे दिया जा रहा है जहां से जाकर आप इसे Download कर सकते हैं।
you all can download Shiv Rudrashtakam in Hindi (Sanskrit) from the given direct link below which is free for all users.
रुद्राष्टकम का महत्व | Shiv Rudrashtakam
Rudrashtakam शिव जी का एक स्तुति मंत्र है जिसकी रचना तुलसीदास जी ने की थी rudrashtakam का वर्णन रामचरितमानस के उत्तरकांड में आता है जिसमें लोमश ऋषि ने भगवान शिवजी को प्रसन्न करने के लिए इस भजन की रचना की क्योंकि उनका उद्देश्य अपनी सिस्टर को शिवजी के श्राप से मुक्त करना था.
इसीलिए उन्होंने इस भजन का निर्माण किया इस भजन के कारण शिव जी प्रसन्न हुए तथा लोमश ऋषि अपने मुख्य उद्देश्य में सफल भी हो गए उन्होंने दूसरा वरदान भी मांग लिया.
इसके अलावा उनके शिष्य अगले जन्म में कागभुसुंडि पक्षी बने साथ ही साथ श्री राम के भक्त और राम जी के जीवन की एक उत्कृष्ट लेखक भी बने अष्टकम स्त्रोत रुद्र से संबंधित है रूद्र को ही भगवान शिव जी को अन्य नाम माना जाता है rudrashtakam सरल एवं स्पष्ट भाषा में लिखा गया है जो कि शैव परंपराओं में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शिव रुद्राष्टकम के फायदे (benefits of rudrashtakam)
वैसे तो धर्म ग्रंथों में भगवान भोलेनाथ का वर्णन आपको मिलता है लेकिन श्रीरामचरितमानस के रुद्राष्टकम एक अद्भुत स्त्रोत है अगर आपके जीवन में कोई परेशानी चल रही है या आपका कोई शत्रु आपको परेशान कर रहा है तो सावन मास में अगर आप प्रतिदिन रुद्राष्टकम का पाठ करते हैं तो भगवान शिव जी स्वयं आपकी रक्षा करते हैं और आपकी सभी समस्याओं को दूर कर लेते हैं।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने रावण जैसे भयंकर राक्षस पर विजय करने के लिए Shiv Rudrashtakam स्तुति की फिर भगवान भोलेनाथ प्रताप शिव जी ने उन्हें विजय होने का आशीर्वाद प्रदान किया।
शिव रुद्राष्टकम की स्तुति करने से आपके मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जो कि आपको आगे बढ़ने में मदद करता है इसीलिए आपको भी शिव रुद्राष्टकम स्तुति करनी चाहिए।