Surya Dev Chalisa PDF | श्री सूर्य देव चालीसा

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श्री सूर्य भगवान चालीसा | Shri Surya Bhagwan Chalisa Hindi

यदि इस पृथ्वी पर जीवन संभव है तो केवल सूर्य की वजह से, इसलिए हिंदू धर्म में सूर्य का सबसे बड़ा स्थान माना गया है सूर्य देवता की आरती जितनी ज्यादा की जाए उतनी कम है सूर्य देव को बहुत अधिक लाभदाई माना जाता है.

क्योंकि सूर्य के तेज से बुद्धि तीव्र हो जाती है सूर्य चालीसा का पाठ करने से सुख संपत्ति आती है इसीलिए सूर्यदेव चालीसा पाठ करने की सलाह दी जाती है।

वेदों तथा शास्त्रों में सूर्यदेव का महत्व

शास्त्रों में वैसे भी सूर्य देव को ऊर्जा का प्रतीक माना गया है सूर्य देव ही जीवन में उत्साह भरते हैं अगर आप किसी कार्य में सफल नहीं हो रहे हैं तो अगर आप रोजाना सूर्य देव को जल चढ़ाकर सूर्य चालीसा का पाठ करते हैं तथा सूर्य देव की आरती भी करते हैं तो आपका वह काम सफल हो जाता है।

  • वेदों में सूर्य को जगत की आत्मा कहा गया है सूर्य के कारण ही पृथ्वी पर जीवन है अगर सूर्य नहीं होता तो पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं होता।
  • सूर्य भगवान को कुछ अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे सूर्य नारायण, आदित्य, दिनकर, रवि, भानु आदि।
  • ज्योतिष शास्त्र में सूर्य का सबसे बड़ा योगदान है क्योंकि सूर्य के द्वारा ही सभी काम किए जाते हैं।
  • ॐ सः सूर्याय नमः का जप करने से आप पर सूर्य भगवान की अधिक कृपा होती है इसके साथ ही सूर्य देव चालीसा का पाठ आप रोजाना जरूर करें।
  • इसके अलावा सूर्य देव आरती भी सुबह के समय सूर्य निकलते ही करनी चाहिए।
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कहा जाता है कि आप सूर्य देव को जितना पसंद करेंगे उतने ही कृपा आप पर बनेगी आपके सभी प्रकार के काम पूर्ण हो जाएंगे और आपके जीवन में किसी भी तरीके की विपत्ति नहीं आएगी।

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