Download Vision IAS Disaster Management (आपदा प्रबंधन) notes in Hindi pdf for UPSC Civil Services Examination (Hindi Medium aapda prabandhan notes)
नमस्कार दोस्त, वह छात्र जो विजन आईएएस आपदा प्रबंधन के हिंदी नोट्स का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे उनके लिए आज सभी नोट्स फ्री में उपलब्ध करवा लिए गए हैं यह पीडीएफ यूपीएससी परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है आप इन नोट्स को पीडीएफ के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हो।
यूपीएससी के महत्वपूर्ण विषयों में आपदा प्रबंधन भी शामिल है। इस विषय को परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है अगर आपको इस विषय में अच्छे अंक प्राप्त करने हैं तो आपके पास अच्छी किताबें तथा अध्ययन सामग्री होनी चाहिए। यह विषय यूपीएससी मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्र III का हिस्सा है।
अध्याय
- आपदा प्रबंधन का परिचय
- भारत में आपदा प्रबंधन
- भारत में प्राकृतिक संकट
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं वर्तमान घटनाक्रम
- विविध विषय
आपदा प्रबंधन का परिचय
आपदाएं आना विश्व भर में एक सामान्य सी बात है आपदाएं मानव जनित तथा प्राकृतिक हो सकती हैं। हाल के दिनों में आपदा का प्रभाव अधिक हुआ है। भारत विश्व में प्राकृतिक आपदाओं के मामले में शीर्ष स्थान पर है।
आपदा को इस तरह से परिभाषित किया जा सकता है “ किसी समुदाय या समाज के सुचारू रूप से कार्य करने में एक ऐसी गंभीर बाधा या भौतिक आर्थिक एवं सामाजिक व पर्यावरणीय छति उत्पन्न हो जाती है जिसके प्रभाव से निपटना समाज द्वारा अपने संसाधनों का उपयोग करते हुए संभव नहीं होता”
प्राकृतिक आपदा: ऐसी आपदाएं जो प्रकृति में विस्तृत रूप से घटित होती हैं जिनका प्रभाव विनाशकारी होता है तथा इन घटनाओं में मानव का किसी प्रकार से हाथ नहीं होता प्राकृतिक आपदाएं कहलाती है, जैसे बाढ़, भूकंप, सूखा, सुनामी इत्यादि।
मानव जनित आपदा: मानव अपने स्वार्थ के लिए जब प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करता है जिसका प्रकृति पर दुष्प्रभाव पड़ता है। मानव निर्मित आपदाएं कहलाती हैं, कुछ मानवीय गतिविधियों इस प्रकार की आपदाओं के लिए उत्तरदाई है। जैसे – आग लगना, सड़क दुर्घटना, परमाणु विस्फोट अदि।
आपदा प्रबंधन
जैसा कि हम जानते हैं कोई भी आपदा जैसे सूखा, चक्रवाती तूफान, भूस्खलन, बाढ़ तथा वनों में लगने वाली आग, ओलावृष्टि, ज्वालामुखी जैसी विभिन्न आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता और ना ही इन्हें रोका जा सकता है लेकिन इनके प्रभावों को एक सीमा तक कम किया जा सकता है ताकि जिससे जान-माल की पानी कम हो। यह कार्य तभी किए जा सकते हैं जब हमें सक्षम रूप से आपदा प्रबंधन का सहयोग मिले।
भारत विश्व के 10 सब आपदा प्रभावित देशों में से एक है। यह देश अपनी विशिष्ट भू जलवायवीय तथा सामाजिक आर्थिक परिस्थितियों के कारण बहुत सी प्राकृतिक एवं मानव निर्मित आपदाओं से सुभेद है।
भूकंप: पृथ्वी की सतह के खेलने को भूकंप कहा जाता है जहां अचानक से आता है जिसके कारण वह पटल पर हलचल पैदा होती है। यह यह कंपनी तरंग के रूप में होती है जैसे-जैसे यह तरंगे केंद्र से दूर जाती हैं उनकी शक्ति एवं तीव्रता कम होती जाती है।
भूकंप प्रबंधन
- भूकंप का पूर्वानुमान भूकंप इंजीनियर की व्यवस्था करके लगाया जा सकता है।
- भूकंप से घरों को बचाने के लिए भूकंप प्रतिरोधी घरों का निर्माण किया जा सकता है।
- मौसम विभाग द्वारा भूकंप के तंत्र की निगरानी की जा सकती।
- भारत में भूकंप से बचने के लिए भूकंप के प्रतिरोधी क्षेत्र में बनाए जाने चाहिए
- जन जागरूकता फैलाने के लिए कई अभियान व कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए।
बाढ़: जब किसी स्थान पर अत्यधिक वर्षा होने के कारण नदियों एवं नालों का पानी की मात्रा इतनी अधिक हो जाती है आसपास के क्षेत्रों में पानी भर जाता है या पूरा स्थान जल मग्न हो जाता है जिस कारण जान माल की हानि हो इस प्रकार की आपदा बाढ़ कहलाती है।
बाढ़ प्रबंधन
- बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए जलमग्न क्षेत्रों में भूमि एवं जल संरक्षण के उपाय किए जाने चाहिए।
- जिन क्षेत्रों में बाढ़ अधिक आती हो वहां नदी किनारे ऊंचे बांध बनाए जाने चाहिए।
- नदी नालों में समय-समय पर कचरा साफ करना चाहिए।
- संचार नेटवर्क बनाए जाने चाहिए।
- बाढ़ आने से पहले बाढ़ प्रबंधन एवं समय-समय पर लोगों को सतर्क किया जाना चाहिए एवं सावधानी बरतनी चाहिए।
जंगल की आग: जंगल में आग लगना आजकल आम की बात हो गई है जंगलों की आग को नियंत्रित करना आसान काम नहीं है इस प्रकार की आपदा को अक्सर मानवीय गतिविधियों एवं प्राकृतिक घटना जैसे बिजली गिरने के कारण हो सकती है। मानव भी कभी-कभी लापरवाही जैसे लापरवाही में छोड़े गए कैंपर, सिगरेट या बीड़ी या जानबूझकर आगजनी कृत्यों के कारण होती है। बिजली भी प्राकृतिक कारणों में से एक है।
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