इस्लामी तंत्र मंत्र शास्त्र की इस पुस्तक में फारसी अक्षरों के तंत्र मंत्र, हाजिरात बीसा पन्द्रह के यन्त्र एवं रोजी दायक, भूत प्रेत आदि निवारक, मोहन वशीकरण आदि तंत्र मंत्र ओं का विशेष संकलन है। Muslim Tantra Mantra Book PDF को आप हिंदी में डाउनलोड कर सकते हो। इस पुस्तक में मुस्लिम तंत्र शास्त्र के सैकड़ों यंत्र तंत्र संकलित हैं जिनका प्रयोग मुस्लिम फकीरों व तान्त्रिज्ञों द्वारा किया जाता है इसमें कुछ ऐसे लोकभाषायी मंत्र संग्रहित हैं जिनका उपयोग हिंदू तथा मुस्लिम समान रूप से किया जाता है।
इस्लामी तंत्र मंत्र शास्त्र एक प्रकार का विशेष तंत्र होता है जो कि इस्लामी धर्म के लोगों द्वारा उपयोग किया जाता है। इसमें इस्लामी धर्म के दुआओं, विधाओं, एवं कलम का उपयोग करके विशेष मंत्रों का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के समस्याओं का निवारण का उपाय बताया होता है। इन तंत्र मंत्र का उपयोग कई जगह किया जाता है जैसे कि शारीरिक, मानसिक, धन संबंधी समस्या, शादी संबंधी समस्या, बच्चा प्राप्ति करने की समस्या इत्यादि के रूप में जो भी समस्याएं हैं उन समस्याओं के निवारण के लिए इन मंत्रों का उपयोग करना आवश्यक होता है। लेकिन इन शक्तिशाली मंत्र का उपयोग ठीक प्रकार से करना बहुत जरूरी है क्योंकि देखा जाता है कि कई लोग मुस्लिम तंत्र विद्या का प्रयोग अनैतिक कार्यों में ज्यादा करते हैं, इसलिए आप ऐसे कार्य करने से बचें और कुछ भले काम में ही इन मंत्रों का उपयोग करें।
“तन्त्र एक ऐसा कल्पवृक्ष है जिससे छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी कामनाओं की पूर्ति सुलभ है ।”
“श्रद्धा ओर विश्वास के सम्बल पर लक्ष्य की ओर बढ़ने वाला तन्त्र साधक अतिशीघ्र निश्चित लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है”
इस्लामी तंत्र (Muslim Tantra Mantra)
मुसीबत टालने का मंत्र
“शेख फरीद की कामरी और अँधियारी निसि। तीनों चीज बंराहये आग ओला-पानी बिस ॥“
विधि: इस मंत्र का प्रयोग तब करना चाहिए यदि आपको रास्ते में बारिश हो जाए, या आग लग जाए या किसी के द्वारा जहर देने का भय हो तो इस मंत्र को तीन बार पढ़कर ताली बजाए पत्र टल जाती है।
दरिद्रता नाशक मंत्र
“या क्रबीयो या गुनीयो या मलीयो या बक्रीयो ।“
विधि: इस मंत्र का प्रयोग सुबह हाथ मुंह धोकर एक बार “बिस्मिल्लाह” पढ़ने के बाद 1200 बार जाप करना है। इस मंत्र के आदि तथा अंत में 21-21 बार दरूद का पाठ भी करना है, इस प्रयोग को निरन्तर ४० दिनों तक करते रहने से दरिद्रता दूर होती है ।
रोजी मिलने का प्रयोग
रोजी मिलने के लिए सर्वप्रथम एक बार बिस्मिल्लाह पढ़ कर नीचे दिए मंत्र को 7 दिनों तक एक हजार बार अपना चाहिए तथा मंत्र के प्रारंभ तथा अंत में तीन तीन बार दरूद वश्य पढ़ना चाहिए।
“या वुद्दूह या या हयियो या कयियूमो या अल्लाही या फ़रदो या बितरो या समदो या रहीमो या बारिसो या अहदो या लमयलिदो बलम युलद बलमयकुन लुंहू कुफूवन-अहद् ।“
उर्दू अक्षरों के कुछ गुण
अलिफ ا : अगर प्रातः काल उठकर एक हजार बार अल्फ कहें, और उतनी ही बार लिखकर अपने पास रखें तो धन की प्राप्ति हो ।
बे ب : अगर एक हजार बार इस अक्षर को सियार की खाल पर, शत्रु व उसकी माँ का नाम लिखकर दबा दें तो शत्रु नष्ट हो जायेगा।
ते ت : अगर चार सौ ‘ते’ एक सफेद कागज पर लिखकर व्यक्ति अपने पास रखे तो लोकप्रिय हो।
से ث : अगर कोई व्यक्ति कागज पर २७६ बार ‘से’ अक्षर लिखकर अपने पास रखे तो वह डूबने से हमेशा बचा रहेगा।
जीम ج : अगर कोई व्यक्ति २४ बार ‘जीम’ मिश्री पर लिखकर जोड़ों के दर्द वाले को खिलाये तो रोगी स्वस्थ हो जाये।
हे : अगर दोनों समय जब चाँद स्पष्ट दिखलाई दे रहा हो आठ ‘हे” खुदवा कर उसकी अंगूठी हाथ में पहिने तो अनेक रोग दूर हो जायेंगे।
ऊपर दिए गए कुछ तंत्र तो बस केवल उदाहरण ही हैं इसके अलावा इसमें कई हजारों मंत्रों की श्रृंखला है जैसे पानी बरसने के लिए, आधासीसी का झाड़ा, पानी बरसने से रोकना, पीड़ा निवारक मन्त्र, बवासीर पर प्रयोग, हाजरात का मुहम्मद पीर मन्त्र, हाजरात, खुशहाली के लिए, मनोभिलाषा पूरक मन्त्र ,गए हुए मनुष्य को लौटाने वाला, धन वृद्धिकारक, शत्रु भयनाशक मन्त्र, मोहन मन्त्र, हाजरात का मन्त्र, वशीकरण मन्त्र, भय शत्रु नाशक मन्त्र, नींद उड़ाने वाला मन्त्र, शत्रुता विनाशक मन्त्र, स्तम्भन मन्त्र, वशीकरण मन्त्र , शत्रु नाशक मन्त्र, कष्टों को दूर करने के लिए वशीकरण मन्त्र, भय दूर करने के लिए जैसे कई अनगिनत मंत्र इस पुस्तक में सम्मिलित हैं।